समय Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps May 01, 2008 समय मुट्ठी में बंधी रेत की तरह फिसल रहा है हाथ से समय बँधा क्यूं नही रहता कुछ ख़ूबसूरत लम्हो की तरह समय बहता रहता है दरिया की तरह समय पलट कर नही आता नही दिखता गुज़रे वक़्त की परछाई दर्पण में पड़ी लकीरो की तरह Read more